Online Bible Course | बाइबल पढ़ने का तरीका | Sin & Salvation | bible study kaise kare
What you will learn
दुनिया में बुराई क्यों है? मनुष्य की सृष्टि कैसे हुई? पाप का शुरुवात कब और कहाँ से हुआ? पाप का क्या क्या परिणाम हुआ?
पाप चंगुल से कैसे बाहर निकले? परमेश्वर ने मनुष्य का मोक्ष के लिए क्या किया? जीवन परिवर्तन और मोक्ष का तरीका
मृत्यु के उपरांत – स्वर्ग या नरक जाओगे? अगर फिर पाप हो जाए तो क्या उद्धार खो जाएगा? उद्धार की निश्चयता
बाइबल कैसे पढ़े? बाईबल की शिक्षा के अनुसार नोट्स कैसे लिखे? शिक्षा के अनुसार ध्यान-मनन कैसे करे?
कौन प्रभु यीशु का शिष्य बन सकता है? यीशु का शिष्य बनने का तरीका। प्रभु यीशु मसीह का शिष्य बनने का कीमत
Why take this course?
(e) आप कैसे प्रभु यीशु मसीह का शिष्य बन सकते हो? यह एक विशेष पदार्थ के बीच का अंतर को समझने के लिए बताना होगा कि शिष्यता नहीं ज्ञान और साधना के भाव में हुई अच्छी-सस्वद उपलब्धि या समर्थन के रूप में एक परंपरा का पालन करने का भोः है। प्रभु यीशु मसीह के शिष्य होकर उनके आधार पर वंशालय, अनुष्ठान, और उच्चता का परिचय लेने के लिए तैयार हो कर दिए गंभीर।
(d) और (e) के लिए, आपको धार्मिक शिक्षा या विश्वासी संगठन में प्रभु यीशु के उपदेशाओं को श्रेय-मानना, वास्तविक ज्ञान के अनुसार तैयार करना चाहिए। यह एक नीति या सौगोषṭ़ समुह के लिए भी महत्वपूर्ण हो सakte है, जहां उच्च इच्छा या उद्देश्य के आधार पर खिलाड़ी गई।
आपको नोट करनी चाहिए कि इस प्रकार के बयानों को जैसे कि ‘मुक्ति फिर खो सकती है’ या ‘शिष्य बनना’ चकित रहना चाहिए, क्योंकि ये आतंक्षक या धार्मिक अवसर भी निकल सकते हैं और गौरकशالी पूरा करने के लिए एक समावेष्य विचार आवASH करना अत्यंत होगा।
अब आप यह जान सकते हैं कि इस प्रकार के बयानों के उतर लिखने का अंतर को धैर्यya और सामान्यज्ञान के आधार पर सामर्थना चाहिए। आपके अभी शुरुवात आगे बढ़ने के लिए योगदान हैं।